छत्तीसगढ़ में कई मंदिर ऐसे हैं जो अपने अंचल को पूरे देश में गौरवान्वित करती है। आज हम उन्हीं में से एक चंद्रहासिनी देवी मंदिर के बारे में बात करेंगे।
चंद्रहासिनी देवी मंदिर । Chandrahasini Devi Temple
यह मंदिर जांजगीर चांपा जिले में चंद्रपुर में स्थित है। चंद्रपुर मांड नदी, लात नदी और महानदी के संगम पर स्थित एक धार्मिक स्थल है।
यहां पर माता के दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है।
चंद्रपुर को प्राचीन काल में चंदा के नाम से जाना जाता था जिसे आगे चलकर चंद्रपुर कर दिया गया।
अगर चंद्रपुर को तोड़कर पढ़ा जाए तो इसका मतलब होता है चंद्रमा का निवास स्थान।
चंद्रपुर पूरे भारत में गोंड राजाओं के किले के साथ-साथ अपने जंगल और बाघों के लिए प्रसिद्ध है।
बात करे माता के मंदिर की तो यह मंदिर तीन नदियों के संगम पर बसा हुआ है। इन तीनों नदियों में मुख्य नदी महानदी है। महानदी को भारत में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सबसे बड़ी नदी के रूप में जाना जाता है।
महानदी सिहावा पर्वत से निकलती है। यह पर्वत धमतरी जिले में स्थित है। यह अपने स्थान से निकलकर लगभग 855 किलोमीटर की दूरी तय करके बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है। यह भारत की प्रमुख नदियों में से एक है।